दैनिक पाठ योजना lesson plan sst class-8
samajik vigyan lesson plan class 8
सामान्य अध्ययन (इतिहास) पाठ योजना
b.ed lesson plan for social studies pdf in hindi
विद्यालय- |
दिनांक- |
विषय- सामाजिक अध्ययन |
कक्षा- 8 |
कालांश- |
अवधि- 30 मिनट |
प्रकरण-प्रजामंडलो की स्थापना |
S.N |
प्राप्य उद्देश्य |
अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन |
1. |
ज्ञानात्मक |
1.विद्यार्थी प्रजामंडल की स्थापना का प्रत्यास्मरण कर सकेंगे। 2.विद्यार्थी प्रजामंडल की स्थापना का प्रतयाभिज्ञान कर सकेंगे। |
2. |
अवबोधात्मक |
1.विद्यार्थी प्रजामंडल की स्थापना का स्पष्टीकरण कर सकेंगे। 2.विद्यार्थी प्रजामंडल की स्थापना की व्याख्या कर सकेंगे। |
3. |
अनुप्रयोगात्मक |
1.विद्यार्थी प्रजामंडलो की स्थापना से प्राप्त ज्ञान का उपयोग कर सकेंगे। |
4. |
कोशलात्मक |
1.विद्यार्थी स्वतंत्रता आंदोलन में प्रजा मंडलों के योगदान का चार्ट बना सकेंगे। 2. विद्यार्थी विभिन्न प्रजा मंडलो का उनके स्वतंत्रता आंदोलन में सहयोग के आधार पर वर्गीकरण कर सकेंगे। |
5. |
अभिवृति |
1.विद्यार्थी स्वतंत्रता आंदोलन में प्रजा मंडलों के योगदान पर चर्चा कर सकें गें। |
6. |
अभिरुचि |
1.विद्यार्थी प्रजामंडल की स्थापना से संबंधित अन्य पुस्तकों का अध्ययन करने में रुचि ले सकेंगे। |
शिक्षण बिन्दु-b.ed microteaching lesson plan in hindi pdf
1. मेवाड़ (उदयपुर)
2. मारवाड़ (जोधपुर)
3. जयपुर
शिक्षण सहायक सामग्री-
कक्षा कक्ष उपयोगी सामान्य उपकरण- लपेट फलक, झाड़न, संकेतक, चॉक, चार्ट आदि।
पूर्वज्ञान-b.ed microteaching lesson plan in hindi pdf
विद्यार्थी प्रजामंडलो की स्थापना के बारे में सामान्य जानकारी रखते हैं।
प्रस्तावना प्रश्न-
S.N |
छात्राध्यापक क्रियाएं |
छात्र क्रियाएं |
1. |
स्वतंत्रता से पूर्व भारत किसका गुलाम था? |
अंग्रेजों का |
2. |
अंग्रेजों की दोषपूर्ण शासन प्रणाली से जनता में क्या फैला? |
असंतोष |
3. |
असंतोष के कारण जनता ने जो आंदोलन कीए उन्हें किस नाम से जाना जाता है? |
स्वतंत्रता आंदोलन |
4. |
स्वतंत्रता आंदोलन मैं तेजी के लिए स्थानीय स्तर पर किसकी स्थापना की गई? |
प्रजामंडल की |
5. |
राजस्थान के प्रजामंडलो के बारे में आप क्या जानते हैं? |
समस्यात्मक प्रश्न |
उद्देश्य कथन-b.ed microteaching lesson plan in hindi pdf
आज हम प्रजामंडलो की स्थापना के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे।
प्रस्तुतिकरण(पाठ का विकास)-
शिक्षण बिन्दु |
छात्राध्यापक क्रियाएं |
छात्र क्रियाएं |
श्यामपट्ट सार |
1.मेवाड़ (उदयपुर) |
विकासात्मक प्रश्न- 1.प्रजामंडल ने स्वतंत्रता आंदोलन में किस स्तर पर सहयोग किया? 2. उदयपुर में किस प्रजामंडल की स्थापना की गई? 3. मेवाड़ प्रजामंडल के बारे में आप क्या जानते हैं? |
स्थानीय स्तर पर मेवाड़ निरुतर |
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छात्राध्यापक कथन- हरीपुरा कांग्रेस के बाद रियासतों में प्रजामंडल बनाने का कार्य प्रारंभ हो गया। माणिक्य लाल वर्मा ने संपूर्ण मेवाड़ का दौरा किया और राज्य में प्रजामंडल की स्थापना हेतु वातावरण का निर्माण किया।उन्होंने उदयपुर पहुंचकर 24 अप्रैल 1938 को प्रजामंडल की स्थापना की। इसमें उस समय के सभी प्रमुख नेता उपस्थित थे इसके अध्यक्ष बलवंत सिंह मेहता निर्धारित हुए। प्रजामंडल की स्थापना से उदयपुर में क्रांतिकारियों में प्रसन्नता की लहर दौड़ गई।यद्यपि प्रजामंडल को कार्य करने में दिक्कतें आई परंतु क्रांतिकारियों के उत्साह के आगे सभी दिक्कतें समाप्त हो गई।1941 में मेवाड़ प्रजामंडल का पहला अधिवेशन उदयपुर में हुआ जिसमें विजयलक्ष्मी पंडित और आचार्य कृपलानी ने भाग लिया। |
विद्यार्थी ध्यान पूर्वक समझेंगे। |
24 अप्रैल को 1938 अध्यक्ष बलवंत सिंह मेहता ।1941 में पहला अधिवेशन। |
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बोध प्रश्न- 1. मेवाड़ प्रजामंडल की स्थापना कब हुई? 2. मेवाड़ प्रजामंडल के अध्यक्ष कौन थे? |
24 अप्रैल 1938 में। बलवंत सिंह मेहता। |
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2. मारवाड़ (जोधपुर) |
विकासात्मक प्रश्न- 1. उदयपुर में किस प्रजामंडल की स्थापना की गई? 2. जोधपुर में किस प्रजामंडल की स्थापना की गई? 3. मारवाड़ प्रजामंडल के बारे में आप क्या जानते हैं? |
मेवाड़ मारवाड़ निरुत्तर |
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छात्राध्यापक कथन- जोधपुर में राजनीतिक आंदोलन की शुरुआत 1928 में हुई जब मारवाड़ हितकारिणी सभा ने लोकराज्य परिषद का अधिवेशन बुलाने का निर्णय किया। इस समय जय नारायण व्यास 'तरुण राजस्थान' का प्रकाशन कर रहे थे।हरीपुरा कांग्रेस अधिवेशन के बाद 16 मई 1938 को मारवाड़ लोक परिषद की नींव डाली गई।इस संस्था का उद्देश्य महाराज की छत्रछाया में उत्तरदाई शासन की स्थापना करना था। जगह-जगह लोग राज्य परिषद की शाखाओं का जाल बिछ गया। परिषद की बढ़ती लोकप्रियता से सरकार सहम गई।शीघ्र ही महात्मा गांधी के हस्तक्षेप से उत्तरदाई सरकार की स्थापना करने के उद्देश्य से सरकार ने राजनीतिक बंदियों को रिहा कर दिया और लोग राज्य परिषद जनहित में कार्य करने लगी। |
विद्यार्थी ध्यानपूर्वक सुनेंगे |
राजनीतिक आंदोलन 1928 में स्थापना 16 मई 1938 जनहित कार्य। |
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बोध प्रश्न- 1.जोधपुर में राजनीतिक आंदोलन की शुरुआत कब हुई? 2. प्रजामंडल किस क्षेत्र में कार्य करने लगी? |
1928 में जनहित में |
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3. जयपुर |
विकासात्मक प्रश्न- 1. भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है? 2. राजस्थान की राजधानी का नाम बताइए? 3. जयपुर प्रजामंडल के बारे में क्या जानते हैं? |
राजस्थान जयपुर निरुत्तर |
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छात्राध्यापक कथन- जयपुर में महाराज ओ ने कला और संस्कृति को समृद्ध बनाया। वही यहां के क्रांतिकारियों और बुद्धिजीवियों ने जन जागरण का अलख जगाया।अर्जुन लाल सेठी ने 1905 में जैन शिक्षा प्रचार समिति की स्थापना कर वर्धमान विश्वविद्यालय व पुस्तकालय चलाएं। हीरालाल शास्त्री अपने जीवन कुटीर मंडली के साथ प्रजामंडल के कार्य में जुट गए।38 व प्रजामंडल का अधिवेशन जयपुर में हुआ जिसके अध्यक्ष जमुना लाल बजाज थे। 1939 में पड़े अकाल के समय श्री बजाज ने संपूर्ण राज्य के प्रजामंडल कार्यकर्ताओं को विज्ञप्ति जारी कर अपील की की सभी कार्यकर्ता अकाल राहत के कार्य में जुट जाएं। 1940 में हीरालाल शास्त्री प्रजा मंडल के अध्यक्ष बने। |
विद्यार्थी ध्यानपूर्वक सुनेंगे। |
1937 में पुनर्गठन। हर तीसरे प्रजामंडल का अधिवेशन जयपुर में हुआ। |
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बोध प्रश्न- 1.38 में प्रजा मंडल अधिवेशन के अध्यक्ष कौन थे? 2. 1940 में प्रजा मंडल के अध्यक्ष कौन बने? |
जमुना लाल बजाज हीरालाल शास्त्री |
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मूल्यांकन प्रश्न-
1. मेवाड़ प्रजामंडल की स्थापना कब हुई?
(1) 1941 (2) 1938 (3) 1940 (4) 1942
2. जय नारायण व्यास .........का प्रकाशन कर रहे थे।
3.जमुना लाल बजाज की प्रेरणा से जयपुर राज्य प्रजामंडल का पुनर्गठन किया गया। सत्य/ असत्य
4. अर्जुन लाल सेठी ने किस समिति की स्थापना की।
5. मणिक्यलाल वर्मा का मेवाड़ प्रजामंडल की स्थापना में क्या योगदान रहा?
गृहकार्य-b.ed microteaching lesson plan
1. जयपुर प्रजामंडल का संक्षेप में वर्णन कीजिए?
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