Hindi Lesson Plan | हिंदी पाठ योजना | हिंदी लेसन प्लान
Lesson Plan in Hindi | हिंदी पाठ योजना
➤इकाई योजना क्या है (what is Unit plan for B.Ed)
पाठ्यक्रम का एक ऐसा संगठित अंश जो ज्ञान के किसी महत्वपूर्ण क्षेत्र पर केंद्रित रहता है जिसके विभिन्न प्रकरणों में आपस में संबंध होता है एक इकाई कहलाता है। एक संपूर्ण इकाई के संबंध में संपूर्ण शिक्षण की क्रियाओं का पुल चिंतन एवं निर्धारण इकाई योजना कहलाती है। इकाई योजना में संपूर्ण इकाई के अध्ययन बिंदुओं को क्रमबद्ध रूप से व्यवस्थित कर प्राप्त उद्देश्यों का निर्धारण किया जाता है और उनके अनुसार शिक्षण अधिगम परिस्थितियों के निर्माण हेतु विचार किया जाता है। साथ ही उद्देश्यों के अनुरूप मूल्यांकन के संबंध में रूपरेखा निर्धारित की जाती है। इस प्रकार इकाई योजना वह आधार पत्र है जिसके अंतर्गत इकाई के शिक्षण उद्देश्य, विषय वस्तु, शिक्षण विधियों, सहायक सामग्री एवं मूल्यांकन आदि की स्पष्ट रूपरेखा प्रस्तुत की जाती है
➤इकाई योजना की अवधारणा Concept of unit plan-
यदि शिक्षा शब्द कोषों में इकाई शब्द का अर्थ देखे तो ज्ञात होता है कि पाठों के समुच्चय को इकाई कहा जाता है।
शिक्षण में इकाई शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम मॉरिसन ने किया था मॉरिसन ने इस शब्द का उपयोग शिक्षण की पारंगति उपागम के अंतर्गत किया।
इस उपागम के अनुसार इकाई शिक्षण का एक प्रमुख अंग है किसी स्तर पर विद्यार्थी पारंगत तभी बन सकता है जब उसको विषय वस्तु का पूर्ण ज्ञान हो और इसके लिए आवश्यक है कि विषय वस्तु को योजनाबद्ध तरीके से प्रस्तुत किया जाए।
मौसम के अनुसार प्रत्येक विषय को इकाइयों में विभक्त किया जाता है।
सीवी गुड के अनुसार-"इकाई शिक्षक के नेतृत्व में छात्रों के समूह द्वारा सहकारिता से किसी केंद्रीय विचार,समस्या या प्रयोजन को केंद्र मानकर विभिन्न क्रियाकलापों, अनुभव अनुभव प्रकारों के संगठन को विकसित करना है जिसमें नियोजन, योजना का कार्यान्वयन व परिणामों का मूल्यांकन निहित होता है।"
एन एल बोसिंग के अनुसार-" इकाई योजना पूर्ण क्रियाओं की वह व्यापक संकला है जो विकसित होकर बालकों के उद्देश्यों की पूर्ति करती है जिसके कारण बालक महत्वपूर्ण शैक्षिक अनुभव प्राप्त करके अपने व्यवहार में वांछित परिवर्तन लाते हैं"
प्रेस्ट के अनुसार- "इकाई विषय वस्तु से संबंधित तथ्यों का विशाल भंडार है जिसे छात्रों को सीखना है"
हेरप के अनुसार-" इकाई किसी विषय का एक बड़ा उपभोग होता है जिसका कोई मूलभूत प्रकरण होता है।इस सिद्धांत के अनुसार ही छात्र क्रियाओं का इस प्रकार नियोजन किया जाता है कि उन्हें महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त हो सके।"
सी मॉरीसन के अनुसार-" इकाई संगठित विज्ञान तथा कला के वातावरण का विस्तृत व महत्वपूर्ण पहलू है जिसको सीख लेने से व्यक्तित्व में अनुकूलता था आती है।"
➤इकाई योजना के निर्माण के चरण Unit Planning Phase-
इकाई योजना पर ही दैनिक पाठ योजना आधारित है अतः इकाई योजना का निर्माण उचित तरीके से किया जाना चाहिए इसके लिए निम्न चरणों में कार्य करने चाहिए-
सर्व प्रथम इकाई पाठ योजना में कक्षा विभाग, विषय तथा इकाई का नाम तथा इकाई पाठ योजना के लिए निर्धारित की समय लिखना चाहिए।
इकाई पाठ योजना में प्राप्त उद्देश्य ज्ञान, अवबोध,अनुप्रयोग, कौशल, रूचि आदि लिखनी चाहिए तथा इसके आधार पर छात्रों में होने वाले अपेक्षित व्यवहार गत परिवर्तनों को भी लिखना चाहिए।
इकाई पाठ योजना का पाठ्य विषय की मुख्य रूप रेखा अथवा अध्ययन बिंदु एवं पाठ्यवस्तु का विश्लेषण देना चाहिए।
इसके पश्चात की कई पाठ योजना में शिक्षण प्रक्रिया देनी चाहिए,इसके अंतर्गत शिक्षक के द्वारा की जाने वाली क्रियाएं एवं बालकों के द्वारा प्रत्युत्तर स्वरूप की जाने वाली क्रिया ही लिखी जानी चाहिए।
इकाई पाठ योजना में उपलब्ध वस्तु संकलन,पाठ्यपुस्तक के अन्य सहायक पुस्तकें तथा अन्य शिक्षण सामग्री जो इकाई पाठ योजना की पूर्ति में सहायक हो उनका उल्लेख किया जाए।
इकाई योजना में यह भी स्पष्ट किया जाना चाहिए कि विभिन्न प्रकरणों में विभिन्न पाठ्य बिंदुओं के लिए कौन-कौन सी शिक्षण विधि का प्रयोग किया जाएगा।
किस प्रक्रिया के द्वारा कौन से उद्देश्य की प्राप्ति होती है तथा किन प्रक्रियाओं के द्वारा विषय वस्तु के कौन-कौन से उद्देश्यों की पूर्ति होती है इनका भी उल्लेख किया जाना चाहिए।
इकाई योजना में बालकों को दिए गए कार्य (assignment) का भी उल्लेख किया जाना चाहिए।
इकाई योजना के आधार पर इकाई जांच पत्र (unit test) का भी निर्माण किया जाए उसके आधार पर संबंधित इकाई पाठ का मूल्यांकन हो जाता है।
➤इकाई योजना के सिद्धांत/ पद Theory of unit planning-
मॉरिसन ने इकाई योजना के 5 पदों का उल्लेख किया जो निम्न प्रकार है-
1. खोज-
इस पद में शिक्षकों कक्षा के बारे में संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करना चाहिए शिक्षक का कक्षा के विद्यार्थियों के बीच पाए जाने वाले यंत्रों के बारे में संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए साथ ही साथ उचित छात्रों की आवश्यकता और रुचियों आदि का भी ज्ञान होना चाहिए।
2. प्रस्तुतीकरण-
यह दूसरा सोपान है इसमें शिक्षक को इकाई की सामग्री का छात्रों के सम्मुख प्रस्तुत करना होता है। यह कार्य वार्तालाप अथवा व्याख्यान के माध्यम से किया जाता है।
3. आत्मीकरण-
मॉरीसन का यह तीसरा सोपान है इसमें पाठ्यवस्तु के विकास की बात कही गई है। इस पद में शिक्षक छात्रों को निर्देशन देता है बच्चे अध्यापक की देखरेख एवं निर्देशन में अध्ययन कार्य को जारी रखते हैं।
4. संगठन-
इकाई योजना के इस चौथे सोपान में छात्रों द्वारा ग्रहण किए गए ज्ञान को प्राप्त अनुभव के आधार पर क्रमबद्ध रूप से लिपिबद करना होता है।
5. कथन-
मॉरीसन का यह अंतिम सोपान है। इस सोपान में बच्चे अपने द्वारा लिखित अनुभवों को कक्षा के सम्मुख प्रस्तुत करते हैं आपस में विचार विमर्श करते हैं वाद-विवाद करते हैं और अपने द्वारा लिखित कथनों के तर्क प्रस्तुत करते हैं। यह संपूर्ण कार्य शिक्षक की देखरेख में होता है और अध्यापक इन्हीं के आधार पर छात्रों द्वारा आत्मसात किए ज्ञान के बारे में निर्णय ले पाते हैं।
➤इकाई योजना और पाठ योजना में अंतर (differences between unit plan and lesson plan)-
क्रम |
इकाई योजना |
पाठ योजना |
1. |
इकाई योजना संपूर्ण इकाई अध्याय को ध्यान में रखकर बनाई जाती है। |
पाठ योजना अध्याय के किसी एक शीर्षक को पढ़ाने के लिए निर्धारित कालांश के अनुसार बनाई जाती है। |
2. |
इकाई योजना उद्देश्य पर आधारित अथवा रूचि पर आधारित अथवा आवश्यकता पर आधारित हो सकती है। |
पाठ योजना में सभी तत्वों का समावेश होता है। |
3. |
इकाई योजना में इस बात का ध्यान रखा जाता है कि संपूर्ण इकाई को कितने शीर्षक, कालांश, तथा दिनों में पढ़ाया जाएगा। क्या-क्या सामग्री प्रयुक्त की जाएगी। |
पाठ योजना में केवल एक 30 या 40 मिनट के कालांश के शिक्षण की व्यवस्था की जाती है। |
4. |
इकाई योजना अनेक पाठ योजना का संक्षिप्तीकरण होती है। |
पाठ योजना विस्तृत होती है। |
5. |
इकाई योजना का स्वरूप विषय वस्तु की प्रकृति तथा शिक्षण के उद्देश्यों पर आधारित होता है। |
पाठ योजना का स्वरूप शीर्षक पर आधारित होता है। |
6. |
इकाई योजना में पाठ्यवस्तु के संगठन को महत्व दिया जाता है। |
lesson plan में पाठ्यवस्तु के प्रस्तुतीकरण को महत्व दिया जाता है। |
7. |
इकाई योजना का एक छोटा अंश ही पाठ योजना होती है। |
कई पाठ योजनाओं का क्रमबद्ध रूप इकाई योजना है। |
8. |
unit plan विषय वस्तु को मनोवैज्ञानिक रूप से प्रस्तुत नहीं करती है। |
पाठ योजना विषय वस्तु को मनोवैज्ञानिक ढंग से प्रस्तुत कर सकती है। |
9. |
इकाई योजना में किसी कौशल की प्राप्ति नहीं होती है। |
पाठ योजना से शिक्षण कौशल का विकास संभव है। |
10. |
इकाई योजना के अनुसार अध्यापन करने से छात्र में वातावरण के साथ समायोजित स्थापित करने की योग्यता विकसित हो जाती है। |
पाठ योजना से यह संभव नहीं है। |
11. |
इकाई योजना अध्यापन से पूर्व बनाई जाती है। |
पाठ योजना इकाई योजना के बाद बनाई जाती है। |
12. |
इकाई योजना बनाने का कार्य अधिक जटिल एवं श्रम साध्य है। |
इकाई योजना बन जाने के पश्चात पाठ योजना आसानी से बन जाती है। |
➤इकाई योजना का प्रारूप-Performa/ Format of unit plan-
एक अच्छा Unit plan format निम्न प्रकार तैयार किया जाता है (इकाई योजना कैसे बनाते है)
कक्षा विषय इकाई
इकाई संख्या-
इकाई शिक्षण आवश्यक कालांश-
आवर्ती हेतु आवश्यक कालांश-
मूल्यांकन हेतु आवश्यक कालांश-
सुधारात्मक अध्यापन हेतु आवश्यक कालांश-
उप इकाई एवं प्रकरण |
शिक्षण बिंदु |
उद्देश्य मय व्यवहार गत परिवर्तन |
शिक्षण अधिगम संस्थितिया |
सहायक शिक्षण सामग्री |
मूल्यांकन |
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शिक्षक क्रियाएं |
छात्र क्रियाएं |
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➤वार्षिक योजना क्या है Yearly lesson plan / How to prepare the annual annual plan?
सामान्यतः किसी भी कक्षाओं में शिक्षण कार्य संपूर्ण सत्र चलता रहता है जिसमें संपूर्ण पाठ्यक्रम का शिक्षण किया जाता है। संपूर्ण सत्र में किस प्रकार से पाठ्यक्रम का शिक्षण कार्य किया जाएगा, किस-किस इकाई को कितना कितना समय दिया जाएगा आदि का निर्धारण शिक्षक पूर्व में ही कर लेता है। इस प्रकार संपूर्ण सत्र के लिए शिक्षण कार्य से संबंधित सभी पक्षों का निर्धारण वार्षिक योजना कहलाती है।
यह शिक्षण की एक ऐसी दीर्घकालीन योजना है जो विद्यालय से एक पूरे सत्र के लिए बनाई जाती है वार्षिक योजना में शिक्षण संपूर्ण सत्र की विभिन्न गतिविधियों का ब्यौरा रखता है।इसमें कब क्या कार्य करने हैं तथा किन कार्यों को किस समय सीमा में समाप्त करना है इन बातों का विवरण होता है। वार्षिक योजना अध्यापक कौन निर्देशन तथा मार्गदर्शन देती है।
विद्यालय की विभिन्न कक्षाओं के लिए उनके स्तर पाठ्यक्रम तथा छात्रों की व्यक्तिगत विविधताओं को ध्यान में रखते हुए पृथक पृथक वार्षिक योजनाएं बनाई जाती है।
➤वार्षिक योजना का महत्व Importance of Annual Plan-
वार्षिक योजना से सत्र भर के शिक्षण कार्य को एक निश्चित दिशा मिलती है।
वार्षिक योजना शिक्षक के आत्म मूल्यांकन में सहायक है
छात्रों की उपचारात्मक शिक्षण में सहायक है, क्योंकि इसमें प्रत्येक इकाई के पूर्ण होने पर इकाई मूल्यांकन तथा सुधारात्मक अध्यापन की व्यवस्था होती है।
विद्यालय की समस्त शैक्षिक एवं सह शैक्षिक गतिविधियां, सुनियोजित ढंग से चलती है।
शिक्षक विषय की समुचित तैयारी कर सकता है।
वार्षिक योजना से छात्रों को सत्र की समस्त गतिविधियों का प्रतिबिंब सत्र के प्रारंभ में ही मिल जाता है।
➤वार्षिक योजना की विशेषताएं Annual Plan Features
वार्षिक योजना लचीली व्यापक एवं समस्त कक्षाओं से संबंधित होती है।
वार्षिक योजना विद्यालय के साधनों को ध्यान में रखकर बनाई जाती है।
annual plan में छात्रों की शारीरिक व मानसिक योग्यता तथा अध्यापक की योग्यता का ध्यान रखा जाता है।
annual plan समस्त शिक्षकों की सत्र के लिए बनाई गई सभी योजनाओं में समन्वय रहता है।
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